बीवी की सहेली को चुदाई की लत लग गयी
मेरी बीवी की मदद से मैंने नंगी साली Xxx कहानी में उसकी सहेली को चोदा। मेरी बड़ी साली ने यह दृश्य देखा। जब मैंने अपनी बीवी से साली की चूत दिलवाने की कोशिश की, तो..।
नमस्कार, मेरे प्यारे पाठक! मैं प्रकाश हूँ, आपका दोस्त!
तुमने मेरी पहली कहानी में बीवी की सहेली को चोदने का मजा लिया था।
अब मैं आपको इसके बाद की नंगी Xxx कहानी बताऊँगा।
सोनाली और खुशसार को चोदने के बाद वे भी बहुत खुश थीं।
खुशसार बार-बार घर आकर मेरे साथ बात करती थी।
बात करते समय, वह मेरा हाथ अपनी चूत पर रखकर हंसती थी और अपने मम्मे दिखाती थी।
वह मुझे मेरी पत्नी के सामने किस करती थी।
मेरे ससुराल वाले दो दिन के लिए एक शादी में मुंबई गए थे।
हम तीनों घर में सोनाली और उसकी बड़ी बहन वैशाली थे।
दोपहर का खाना खाने के बाद मैं कमरे में जाकर आराम करने लगा।
तब दोनों बहनें एक दूसरे से बात कर रही थीं।
वैशाली को कमर दर्द के लिए दवा लाने के लिए चिकित्सक के पास जाना पड़ा।
वह फिर चली गई।
मैंने खुशसार को फोन किया और उनसे संपर्क किया।
तब सोनाली खाना धोने लगी।
उसने आते ही मुझे किस किया।
मैं उसके कपड़े उतारकर किस करता रहा; वह अपने चूचे चूसकर उसे गर्म कर रहा था।
सोनाली भी आई।
साथ ही सोनाली ने कहा, "दीदी बाहर गयी है, तब तक आप हम दोनों को खूब चुदाई करो।"
हम तीनों अपने कमरे में चले गए।
सोनाली ने अपने कपड़े उतारे और बेड पर गिर पड़ी।
उस समय मुझे एक विचार आया।
मैंने खुश को कहा, "तुम सोनाली की चूत चाट दो, और सोनाली तुम्हारी चूत चाटेगी।" फिर मैं तुम दोनों को बार-बार चुदाई करूँगा।
सोनाली और खुशहाल एक दूसरे की चूत चाटने लगे।
कुछ देर बाद मैं दोनों की रसदार चूत चाटने लगा।
मैं सोनाली की चूत में उंगली डालकर चोदने लगा।
मेरा ध्यान अचानक खिड़की पर गया।
सोनाली की बड़ी बहन वैशाली हमें देख रही थी।
लेकिन मैं सोनाली की चूत तब भी चाटता रहा।
अब खुशसार को कुतिया बनाकर चूत चाटने लगा। खिड़की पर खड़ी वैशाली को देखते हुए मैंने सोनाली से कहा, "बुरचोदी सोनाली, इस खुशहाल चूत तो मिल गई।" हरामजादी, कोई और चूत दिला दो!
सोनाली ने पूछा कि क्या तुम्हारे लंड को मेरी खुशहाल चूत नहीं चाहिए?
बाद में मैंने खुशहाल की चूत से लंड निकालकर सोनाली के मुंह में डाला।
और मैंने सोनाली के मुंह में गर्म माल छोड़ दिया, जिसे वह झट से गटक गई।
वैशाली खिड़की से यह सब देख रही थी, साथ ही सुन भी रही थी।
अब मैं इस दृष्टि से जल्दी उठ गया।
सोनाली को चोदने के लिए मैंने तुरंत उसके चूत में लंड डाला।
तब मैं सोनाली से पूछा, "यार, वैशाली दीदी के होते हुए किसी अन्य चूत की जरूरत है?"
“जीजा जी का कहना बराबर है,” खुशहाल ने कहा। मैं दो चार दिन बाद नागपुर जाने वाला हूँ। इसलिए वैशाली दीदी को चोदना सही होगा, ताकि जीजा जी को मेरी कमी महसूस न हो।
सोनाली भी सहमत थी।
वैशाली दीदी हमारी ये बातें सुनकर हैरान हो गई।
तब मैंने सोनाली के चूत से मेरा लंड निकालकर उसके मुंह में डाल दिया।
अब मैं खुश हो गया।
अपनी जुबान से मेरे लंड को साफ किया।
हम तीनों ने थोड़ी देर तक सोकर आराम किया।
फिर वह उठी, अपने कपड़े पहने और अपने घर चली गई।
लेकिन मेरा लंड फिर से सोनाली को चोदने को तैयार था।
मैं सोनाली को चोदते हुए कहा, "वैशाली दीदी के चूचे तुमसे बड़े हैं और उनकी चूत भी कसी हुई होगी।"
ठीक है, मैं दीदी से बात करती हूँ, सोनाली ने कहा।
यह सुनकर वैशाली दीदी सीधे घर में घुस गई।
वैशाली हमारे कमरे में पहुंची।
मैं धकापेल सोनाली को चोद रहा था।
वैशाली दीदी ने सोनाली से पूछा कि वह क्या कह रही है। मैंने खिड़की से सब कुछ देखा और सुना है।
सोनाली और मैं पूरी तरह से नंगे थे।
तब सोनाली ने हाथ से वैशाली दीदी को अपने पास बुलाया।
दीदी पास आ गई।
और मैं अभी भी वैशाली की छोटी बहन की चूत में मेरा लंड डाल रहा था, हल्के-हल्के धक्के लगा रहा था ताकि मेरा लंड ढीला नहीं पड़ा।
तब मेरी पत्नी ने वैशाली दीदी को बताया कि अब वह अपने पति के साथ नहीं रहेगी। आप भी चुदाई करना चाहते होंगे! प्रकाश आपको भी चोदना चाहता है। और इसमें क्या खराब है? आप दोनों को काम मिलेगा।
वैशाली दीदी ने कहा, "सोनाली, यह सब गलत है।" यदि हमारे माता-पिता को इस यौन संबंध का पता चला तो वे क्या कहेंगे?
सोनाली ने वैशाली दीदी से कहा, "दीदी, तुम कौन क्या कहेगा नहीं सोचो।" प्रकाश लंड को देखो। यह कितना कठोर और बड़ा है! प्रकाश से चुदाई करो। तुम भी खुश हो जाओगे।
मैंने दीदी को अपना लंड बीवी की चूत से निकालकर दिखाया।
वैशाली एक मिनट सोच में पड़ गई।
पर हमारी चुदाई देखकर उसकी अंतरात्मा जगी और मेरा लंड पकड़कर हिलाने लगी।
उस समय सोनाली ने वैशाली का सर झुकाया और मुझे उसके मुंह में एक लंड डालने को कहा।
मैंने ठीक किया।
वैशाली दीदी ने मेरा लिंग चूसने लगा।
दीदी ने मेरा लंड गले तक लिया।
मैं १० मिनट के बाद दीदी के मुंह में झड़ गया।
वे मेरा सारा वीर्य पी गई।
जब मैंने लंड निकाला, सोनाली ने उसे अपनी जुबान से साफ करना शुरू किया।
थोड़ी देर बाद वैशाली को सोनाली ने पूरी तरह से नंगा कर दिया।
वैशाली सोनाली की बड़ी बहन है, लेकिन वह काफी जवान लगती है।
उसका दूध की तरह गोरा बदन सुंदर है। उसके गोल बड़े और रसीले हैं।
लंड से पानी तुरंत निकल जाएगा अगर कोई बूढ़ा भी उसे नंगी देख ले।
वैशाली की चूत में बाल नहीं थे।
दीदी की चूत बन (डबलरोटी) की तरह दिखती थी!
मैंने उसे बिस्तर पर लेटाकर उसकी चूत को चाटने लगा।
मैं अपनी बीवी की बड़ी बहन की चूत चूसने लगा।
थोड़ी देर बाद, दीदी की चूत से नमकीन पानी निकला।
मैंने उसे चाटकर साफ कर दिया।
यहाँ सोनाली ने वैशाली के मम्मे चूसने लगे।
वैशाली भी उत्साहित होकर बोली: "सोनाली, मेरी चालू रांड बहन।" और प्यार से मेरा दूध चूस! प्रकाश अब देर नहीं करेगा। चूत में लंड डाल! चूत में बहुत जलन है..। तुम अपने लंड से इसे ठंडा करो!
अब मैं कहाँ रुकने वाला था?
मैंने दीदी की चूत पर एक लंड रखा।
लंड का सुपारा वैशाली की चूत में पहुँचते ही उसे तड़पने लगा।
मैं अंदर लंड डालने लगा।
लेकिन वैशाली बहुत कसी हुई थी।
वह रोने लगी: "ओह माँ, मैं मर गया!" धीरे-धीरे चूत में लंड डाल!
तभी सोनाली ने उसे अपने बूब्स चूसने के लिए कहा।
मैंने दीदी को चोदना शुरू किया।
वे रोती रही।
लेकिन मैं रुका नहीं।
मैं जोर से वैशाली दीदी की चुदाई करता रहा।
धीरे-धीरे दीदी का बदन ऐंठने लगा, वे सिसकारियां भरती हुई अपने चरम सुख की ओर बढ़ी।
मैं भी उनकी चूत में दो मिनट बाद झड़ गया।
वैशाली का सुंदर चेहरा खुशी से मुस्कुराया।
हम तीनों बार-बार चुदाई खेलने लगे।
अब हम तीनों खुशहाल जीवन जीने लगे।
अब मैं सोनाली की एक और सहेली भाग्यश्री को चोदा।
हम लोग भी ग्रुप सेक्स करते हैं!
बाद में उसकी कहानी बताऊंगा।
तब तक सबको चूत और लंड मिलते रहे..। सब लोग चुदाई की प्रक्रिया में खुश रहते थे..। यही आशा है।
मेल या कमेंट्स के माध्यम से मुझे इस नंगी साली Xxx कहानी पर अपने विचार दें।
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